Saturday, July 17, 2010

पहचान

दुनिया के हर शौक को पाला नहीं जाता,
जलती आग में हाथ को डाला नहीं जाता !

मंजिलों को पाना होता नहीं आसान,
राह में होते है हज़ारो रोड़े और कई तूफ़ान !

हर तूफ़ान में कश्ती को किनारा नहीं मिलता,
हर डूबते हुए को साहिल का सहारा नहीं मिलता!

ये सच्च है की दुनिया में हर एक चीज़ को पाना चाहता है इंसान,
ताउम्र अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए, लड़ता है हर इंसान,

मिलती है पहचान उसी को जग में ,जिसको मेहनत से होता है प्यार,
क्यूंकि सच्ची मेहनत और लगन ही,उसकी कामयाबी के दो अचूक होते है हथियार!

1 comment:

  1. very nice, very philosophical good keep doing the good work.

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