दुनिया में दौलत किसी की अमानत नहीं होती ,
माँ की गोद से बढ़ कर, दुनिया की कोई जन्नत नहीं होती,
सिर्फ चाहने से इंसान की ,पूरी कभी कोई मन्नत नहीं होती,
लोग सोचतें है सर झुका कर,हो जाती है कबूल सारी दुआएँ
लेकिन भूल जातें है , केवल सर को झुकाने से इबादत नहीं होती!
wow!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeletewell said, very nice & meaningfull, lovet it.
good yaar, very good.
केवल सर को झुकाने से इबादत नहीं होती! ---sundar.
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